文案
本是武學(xué)奇才卻無(wú)法再練武,本是心向江湖卻只能居于朝堂。 這世上的一切都有得有失,路在腳下,只看自己如何去選。 be 由于本人感情觀,所以本文雖然是言情,但文中可能會(huì)出現(xiàn)各種向的CP,不接受的讀者慎入! 頭一次寫這樣的小說(shuō),可能會(huì)有一些bug或邏輯不通的地方,不建議帶腦子看。不喜歡可以直接棄了,謝謝。 |
文章基本信息
本文作者建議18歲以上讀者觀看。
支持手機(jī)掃描二維碼閱讀
wap閱讀點(diǎn)擊:https://m.jjwxc.net/book2/8162534
打開(kāi)晉江App掃碼即可閱讀
|
知相思作者:清嵐秋毫 |
|||||
[收藏此文章] [推薦給朋友] [灌溉營(yíng)養(yǎng)液] [空投月石] [投訴] [不感興趣] | |||||
章節(jié) | 標(biāo)題 | 內(nèi)容提要 | 字?jǐn)?shù) | 點(diǎn)擊 | 更新時(shí)間 |
1 |
|
算了,可能看錯(cuò)了 | 5717 | 2025-05-03 19:46:28 | |
2 |
|
先為大燕民,再為江湖客 | 5994 | 2025-05-03 19:47:22 | |
3 |
|
至少還沒(méi)瞎 | 5634 | 2025-05-03 19:48:31 | |
4 |
|
日后怕是會(huì)成同門 | 4744 | 2025-05-03 19:49:53 | |
5 |
|
而后漸行漸遠(yuǎn) | 4758 | 2025-05-03 19:51:03 | |
6 |
|
木上仙人醉春風(fēng) | 4050 | 2025-05-03 19:51:31 | |
7 |
|
日后是姑娘的人 | 3725 | 2025-05-03 19:52:22 | |
8 |
|
赤子孤身 | 4448 | 2025-05-03 19:54:12 | |
9 |
|
破弓之聲震耳 | 4373 | 2025-05-03 19:56:14 | |
10 |
|
行走江湖才是老本行 | 3966 | 2025-05-03 19:57:29 | |
11 |
|
這般一笑,猶若春風(fēng) | 4092 | 2025-05-03 19:58:18 | |
12 |
|
是哪位老神仙 | 4248 | 2025-05-03 19:59:38 | |
13 |
|
今日我醉刀宗不接客 | 4170 | 2025-05-03 20:00:30 | |
14 |
|
無(wú)束縛之名,問(wèn)己身之心 | 4406 | 2025-05-03 20:01:20 | |
15 |
|
她再也逃不出那個(gè)網(wǎng)了 | 4031 | 2025-05-03 19:40:16 | |
16 |
|
甚至到后面我都不知道自己在后悔些什么 | 3767 | 2025-05-07 20:37:37 | |
17 |
|
俠以武犯禁 | 4110 | 2025-05-19 23:35:05 *最新更新 | |
非v章節(jié)章均點(diǎn)擊數(shù):
總書評(píng)數(shù):1
當(dāng)前被收藏?cái)?shù):6
營(yíng)養(yǎng)液數(shù):
文章積分:897,236
|
![]() |
長(zhǎng)評(píng)匯總
本文相關(guān)話題
|